सिनियर सिटिजन यानी 60 साल या इसके उपर के वयक्ति जो सेवा निवृत हो चुके हों चाहे वह (गर्वनमेंट सेक्टर हो या प्राईवेट सेक्टर) ऐसे बुजुर्गों के लिए कई निवेश के विकल्प वर्तमान समय में मौजूद हैं। परन्तु आज हम SCSS (Senior Citizen Savings Scheme) के फायदे तथा इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
60 वर्ष की उम्र या इसके बाद अगर आपके पास एक मोटी रकम यानी आपके जीवन की कमाई का कुछ हिस्सा यदि आपने रखा है तो SCSS में निवेश कर आप एक रेगुलर इनकम पा सकते हैं वो भी बिना किसी रिस्क के। अगर इसके इंटरेस्ट रेट की बात करें तो वर्तमान में 7.4 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर वर्ष में चार बार दी जाती हैं।
SCSS के लिए पात्रता।
SCSS में निवेश के लिए केन्द्र सरकार द्वारा कुछ पात्रता सुनिशिचत की गई हैं जो निम्नलिखित हैंा
- आवेदक का एक भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
- आवेदक का 60 का होना अनिवार्य है।
- परन्तु यदि आप भारतीय सेना के वयोवृद्ध हैं तो आप 50 से 60 साल की उम्र के अंदर ही इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
SCSS की विशेषता और लाभ।
सिनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) की विशेषता तथा लाभ की बात करें तो सबसे पहले इसकी खूबी यह है कि यह स्कीम आपको एक नियमित आय का देती है जो हर तीन महीने में आपके बैंक अकाउंट में आ जाती है। अगली खास बात है कि इसकी इंटरेस्ट रेट दर काफी अच्छी है। जहां हमें फिकस्ड डिपाजिट पर 4 या 5 या सेविंग में 2 से 3 परसेंट का इंटरेस्ट रेट मिलता है जो की वर्ष में एक बार होता है । वहीं SCSS में आपको 7.4 परसेंट का इंटरेस्ट रेट के हिसाब से वर्ष में चार बार यानी हर तीन महीने में प्राप्त होता है।
वैसे तो SCSS में निवेश की गई रकम की लॉक इन अवधि 5 साल की होती है जिसके बाद मेच्योरिटी पर आप अपने जमा की गई रकम निकाल सकते है। परन्तु यदि आप 5 साल बाद भी खाता रखना चाहते हैं, तो आप कार्यकाल को और तीन साल के लिए बढ़ा सकते हैं।
यदि बात करें इसके न्यूनतम और अधिकतम निवेश की तो, आप न्यूनतम इसमें 1000 रूपये निवेश कर सकते हैं। तथा अधिकतम निवेश आप 15 लाख रूपये प्रति व्यक्ति निवेश कर सकते हैं।
टैक्स बेनिफिट्स की बात करें तो, इसमें आपको काफी अच्छा टैक्स बेनिफिट्स मिलता है। आप चाहें तो सालाना रूपया 1,50,000 तक टैक्स की बचत कर सकते है। परन्तु यदि आपने यदि साल भर में 50,000 से अधिक का लाभ अर्जित कर लिया है तो आपको उसका 10 प्रतिशत टीडीएस भरना होगा।
SCSS में खाता कैसे खोलें।
SCSS यानि सिनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम में अकाउंट खुलवाने के दो रास्ते हैं, पहला आप इसे ऑफलाइन खुलवा सकते हैंा आथोराइज्ड बैंक में जाकर या फिर अपने नजदीकी पोस्ट आफिस में जाकर वहां आपको इसका फार्म भरना होगा जिसमें मागीं गई सारी जानकारी भरकर तथा मांगी गई डाक्यूमेंंट देकर जमा कर सकते हैं। या फिर आप इसका फार्म आनलाइन डाउनलोड कर सारी जानकारी भरकर तथा डाक्यूमेंट देकर अपनी पोस्ट आफिस में जमा कर सकते हैं।
SCSS में खाता खुलवाने के अधिकृत बैक्स।
सरकार द्वारा कुछ अधिकृत बैक्स में आप SCSS का अकाउंट ओपन करा सकते हैं। परन्तु यदि आप चाहें तो पोस्ट ऑफिस के मदद से भी आप इसमे खाता खुला सकते हैं। नीचे हमने आपकी सुविधा के लिए कुछ अधिकृत बैंकों के लिस्ट दिए है।
Note: ध्यान रहे कि ‘सिनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम’ की जगह बैंक आपको अगर इससे किसी मिलते जुलते स्कीम के बारे में बताये जिसमें बैंक आपको इससे ज्यादा इंटरेस्ट रेट देने का दावा करे तो मैं आप से यही कहूंंगा कि ऐसे किसी भी स्कीम में निवेश न करें। क्योंकि वह स्कीम केन्द्र सरकार द्वारा दिया नहीं जा रहा होगा। वह स्कीम बैंक का अपना स्कीम होगा। जिसकी टर्म एण्ड कंडीशन अलग हो सकती है।
- Allahabad Bank
- Andhra Bank
- Bank Of Maharashtra
- Corporation Bank
- Bank Of Baroda
- Bank Of India
- Canara Bank
- Central Bank Of India
- Dena Bank
- IDBI Bank
- Indian Bank
- Punjab National Bank
- State Bank Of India
- Syndicate Bank
- UCO Bank
- Union Bank Of India
- Vijaya Bank
- ICICI Bank
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न।
Senior Citizen Savings Scheme में निवेश करने की उम्र क्या है?
उत्तर: निवेशक का 60 वर्ष या उससे ज्यादा होना अनिवार्य है।
Senior Citizen Savings Scheme का इंटरेस्ट रेट क्या है?
उत्तर: वर्तमान समय में इस स्कीम में इंटरेस्ट रेट 7.4 है। इसके इंटरेस्ट रेट में उतार-चढाव होने की सम्भावना है।
क्या Senior Citizen Savings Scheme में कर में विशेष छूट का प्रावधान है?
उत्तर: जी हां, आप इसमें कर में विशेष छूट पा सकते हैं।