साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार के बारे में।

साहित्य अकादमी पुरस्कार भारत में एक साहित्यिक सम्मान है, जो भारतीय भाषाओं में उत्कृष्ट कार्यों के लेखकों को साहित्य अकादमी (India’s National Academy of Letters) द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार 1954 में स्थापित किया गया था, और तब से, यह हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु, उर्दू और अन्य सहित 24 भारतीय भाषाओं में दिया जा रहा है।

साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार, ज्ञानपीठ पुरस्‍कार के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा साहित्‍यक पुरस्‍कार के रूप में जाना जाता है। साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार की स्‍थापना वर्ष 1954 ई. में की गयी थी। भारतीय संविधान के 8वीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं के अतिरिक्‍त यह पुरस्‍कार अंग्रेजी तथा राजस्‍थानी भाषा में भी दिया जाता है। पहली बार यह पुरस्‍कार वर्ष 1955 में माखनलाल चर्तुवेदी को दिया गया था।

पुरस्कार में एक नकद पुरस्कार, एक प्रशस्ति पत्र और एक कलम की कांस्य प्रतिकृति दी जाती है। इसे भारत में सबसे प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कारों में से एक माना जाता है। मुंशी प्रेमचंद, मुल्क राज आनंद, आरके नारायण, अमिताव घोष, महाश्वेता देवी, झुम्पा लाहिड़ी और कई अन्य जैसे कई प्रतिष्ठित लेखकों को इससे सम्मानित किया जा चुका है।

पुरस्‍कार राशि।

साहित्‍य अकादमी के पहले अध्‍यक्ष पंडित जवाहर लाल नेहरू थे। तथा इसके अध्‍यक्ष का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है। इसकी स्‍थापना के समय पुरस्‍कार की राशि भारतीय रूपया के हिसाब से 5,000 थी। जो कि वर्ष 1983 ई. में बढ़ाकर 10,000 रूपये तक की गई।

इसके बाद वर्ष 1988 में पुरस्‍कार की राशि फिर से बढ़ाकर 25,000 रूपये कर दी गई। तथा इसके बाद भी पुरस्‍कार की राशि में लगातार बढ़ोतरी जारी रहा और फिर वर्ष 2001 में पुरस्‍कार की राशि 40,000 रूपये कर दी गई। पुन: इसके बाद वर्ष 2003 में पुरस्‍कार राशि बढ़ाकर 50,000 की गई। और अंतत: एक बार फिर से वर्ष 2010 में पुरस्‍कार राशि एक बार फिर से बढ़ाकर 1,00000 कर दी गई जो फिलहाल जारी है।

इसका उदेश्‍य।

साहित्य अकादमी पुरस्कार भारतीय साहित्य में साहित्यिक उत्कृष्टता और रचनात्मकता के लिए मान्यता और प्रोत्साहन का प्रतीक है। इसका उद्देश्य भारत की समृद्ध और विविध साहित्यिक परंपराओं को बढ़ावा देना और संरक्षित करना है। तथा भारतीय लेखकों को विभिन्न भारतीय भाषाओं में साहित्य के उच्च गुणवत्ता वाले कार्यों का उत्पादन जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करना है।

साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार पाने वाले साहित्‍यकारों की सूची।

 

वर्ष पाने वाले साहित्‍यकार रचना
1955 माखनलाल चर्तुवेदी हिमतरंगिणी
1956 वासुदेव शरण अग्रवाल पदमावत संजीवनी व्‍याख्‍या, टीका
1957 आचार्य नरेन्द्र देव बुद्ध धर्म दर्शन
1958 राहुल सांकृत्यायन मध्य एशिया का इतिहास
1959 रामधारी सिंह दिनकर संस्कृति के चार अध्याय
1960 सुमित्रानंदन पंत कला और बूढ़ा चाँद
1961 भगवतीचरण वर्मा भूले बिसरे चित्र
1963 अमृत राय क़लम का सिपाही (प्रेमचंद)
1964 अज्ञेय आँगन के पार द्वार
1965 नगेन्द्र रस सिद्धांत
1966 जैनेन्द्र कुमार मुक्तिबोध
1967 अमृतलाल नागर अमृत और विष
1968 हरिवंश राय बच्चन दो चट्टानें
1969 श्रीलाल शुक्ल रागदरबारी
1970 रामविलास शर्मा निराला की साहित्य साधना
1971 नामवर सिंह कविता के नए प्रतिमान
1972 भवानीप्रसाद मिश्र बुनी हुई रस्सी
1973 हज़ारीप्रसाद द्विवेदी आलोक पर्व
1974 शिवमंगल सिंह सुमन मिट्टी की बारात
1975 भीष्म साहनी तमस
1976 यशपाल मेरी तेरी उसकी बात
1977 शमशेर बहादुर सिंह चुका भी हूँ नहीं मैं
1978 भारत भूषण अग्रवाल उतना वह सूरज है
1979 धूमिल  कल सुनना मुझे
1980 कृष्णा सोबती ज़िन्दगीनामा जिन्दाय रुख़
1981 त्रिलोचन ताप के ताये हुए दिन
1982 हरिशंकर परसाई विकलांग श्रद्धा का दौर
1983 सर्वेश्वरदयाल सक्सेना खूँटियों पर टँगे लोग
1984 रघुवीर सहाय लोग भूल गए हैं
1985 निर्मल वर्मा कव्वे और काला पानी
1986 केदारनाथ अग्रवाल अपूर्वा
1987 श्रीकांत वर्मा मगध
1988 नरेश मेहता अरण्या
1989 केदारनाथ सिंह अकाल में सारस
1990 शिवप्रसाद सिंह नीला चाँद
1991 गिरिजाकुमार माथुर मैं वक़्त के हूँ सामने
1992 गिरिराज किशोर ढाई घर
1993 विष्णु प्रभाकर अर्द्धनारीश्वर
1994 अशोक वाजपेयी कहीं नहीं वहीं
1995 कुँवर नारायण कोई दूसरा नहीं
1996 सुरेन्द्र वर्मा मुझे चाँद चाहिए
1997 लीलाधर जगूड़ी अनुभव के आकाश में चाँद
1998 अरुण कमल नए इलाक़े में
1999 विनोद कुमार शुक्ल दीवार में एक खिड़की रहती थी
2000 मंगलेश डबराल हम जो देखते हैं
2001 अलका सरावगी कलि कथा: वाया बाइपास
2002 राजेश जोशी दो पंक्तियों के बीच
2003 कमलेश्वर कितने पाकिस्तान
2004 वीरेन डंगवाल दुश्चक्र में स्रष्टा
2005 मनोहर श्याम जोशी क्याप 
2006 ज्ञानेन्द्रपति संशयात्मा
2007 अमरकान्त इन्हीं हथियारों से
2008 गोविन्द मिश्र कोहरे में कैद रंग
2009 कैलाश वाजपेयी हवा में हस्ताक्षर
2010 उदय प्रकाश मोहन दास
2011 काशीनाथ सिंह रेहन पर रग्घू
2012 चंद्रकांत देवताले पत्थर फेंक रहा हूँ
2013 मृदुला गर्ग मिलजुल मन
2014 रमेशचन्‍द्र शाह विनायक
2015 रामदरश मिश्र आग की हंसी
2016 नासिरा शर्मा पारिजात
2017 रमेश कुंतल मेघ विश्वमिथकसरित्सागर
2018 चित्रा मुद्गल नाला सोपारा पोस्ट बॉक्स नं. 203
2019 नंद किशोर आचार्य छीलते हुए अपने को
2019 अनामिका टोकरी में दिगन्त 
2020 कुमार विजय शुक्ल जिंदगी से रुखाई
2021 दया प्रकाश सिंहा सम्राट अशोक
2022 भगवंत अनमोल प्रमेय 

इन्‍हें भी देखें।

नीति आयोग।

मौलिक कर्तव्‍य।

भारतीय संविधान।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न।

साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार की स्‍थापना कब हुई?

1954 ई. में।

साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार के पहले विजेता कौन हैं?

माखनलाल चर्तुवेदी को सबसे पहले यह पुरस्‍कार 1955 में दिया गया।

साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार कितने भाषाओं में दिया जाता है?

कुल 24 भाषाओं में।

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