साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार के बारे में।

साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार, ज्ञानपीठ पुरस्‍कार के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा साहित्‍यक पुरस्‍कार के रूप में जाना जाता है। साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार की स्‍थापना वर्ष 1954 ई. में की गयी थी। जो प्रत्‍येक वर्ष 24 भाषाओं में दिया जाता है। भारतीय संविधान के 8वीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं के अतिरिक्‍त यह पुरस्‍कार अंग्रेजी तथा राजस्‍थानी भाषा में भी दिया जाता है। पहली बार यह पुरस्‍कार वर्ष 1955 में माखनलाल चर्तुवेदी को दिया गया था।

साहित्‍य अकादमी के पहले अध्‍यक्ष पंडित जवाहर लाल नेहरू थे। तथा इसके अध्‍यक्ष का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है। इसकी स्‍थापना के समय पुरस्‍कार की राशि भारतीय रूपया के हिसाब से 5,000 थी। जो कि वर्ष 1983 ई. में बढ़ाकर 10,000 रूपये तक की गई।

इसके बाद वर्ष 1988 में पुरस्‍कार की राशि फिर से बढ़ाकर 25,000 रूपये कर दी गई। तथा इसके बाद भी पुरस्‍कार की राशि में लगातार बढ़ोतरी जारी रहा और फिर वर्ष 2001 में पुरस्‍कार की राशि 40,000 रूपये कर दी गई। पुन: इसके बाद वर्ष 2003 में पुरस्‍कार राशि बढ़ाकर 50,000 की गई। और अंतत: एक बार फिर से वर्ष 2010 में पुरस्‍कार राशि एक बार फिर से बढ़ाकर 1,00000 कर दी गई जो फिलहाल जारी है।

साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार पाने वाले साहित्‍यकारों की सूची।

वर्षपाने वाले साहित्‍यकाररचना
1955माखनलाल चर्तुवेदीहिमतरंगिणी
1956वासुदेव शरण अग्रवालपदमावत संजीवनी व्‍याख्‍या, टीका
1957आचार्य नरेन्द्र देवबुद्ध धर्म दर्शन
1958राहुल सांकृत्यायनमध्य एशिया का इतिहास
1959रामधारी सिंह दिनकरसंस्कृति के चार अध्याय
1960सुमित्रानंदन पंतकला और बूढ़ा चाँद
1961भगवतीचरण वर्माभूले बिसरे चित्र
1963अमृत रायक़लम का सिपाही (प्रेमचंद)
1964अज्ञेयआँगन के पार द्वार
1965नगेन्द्ररस सिद्धांत
1966जैनेन्द्र कुमारमुक्तिबोध
1967अमृतलाल नागरअमृत और विष
1968हरिवंश राय बच्चनदो चट्टानें
1969श्रीलाल शुक्लरागदरबारी
1970रामविलास शर्मानिराला की साहित्य साधना
1971नामवर सिंहकविता के नए प्रतिमान
1972भवानीप्रसाद मिश्रबुनी हुई रस्सी
1973हज़ारीप्रसाद द्विवेदीआलोक पर्व
1974शिवमंगल सिंह सुमनमिट्टी की बारात
1975भीष्म साहनीतमस
1976यशपालमेरी तेरी उसकी बात
1977शमशेर बहादुर सिंहचुका भी हूँ नहीं मैं
1978भारत भूषण अग्रवालउतना वह सूरज है
1979धूमिल कल सुनना मुझे
1980कृष्णा सोबतीज़िन्दगीनामा जिन्दाय रुख़
1981त्रिलोचनताप के ताये हुए दिन
1982हरिशंकर परसाईविकलांग श्रद्धा का दौर
1983सर्वेश्वरदयाल सक्सेनाखूँटियों पर टँगे लोग
1984रघुवीर सहायलोग भूल गए हैं
1985निर्मल वर्माकव्वे और काला पानी
1986केदारनाथ अग्रवालअपूर्वा
1987श्रीकांत वर्मामगध
1988नरेश मेहताअरण्या
1989केदारनाथ सिंहअकाल में सारस
1990शिवप्रसाद सिंहनीला चाँद
1991गिरिजाकुमार माथुरमैं वक़्त के हूँ सामने
1992गिरिराज किशोरढाई घर
1993विष्णु प्रभाकरअर्द्धनारीश्वर
1994अशोक वाजपेयीकहीं नहीं वहीं
1995कुँवर नारायणकोई दूसरा नहीं
1996सुरेन्द्र वर्मामुझे चाँद चाहिए
1997लीलाधर जगूड़ीअनुभव के आकाश में चाँद
1998अरुण कमलनए इलाक़े में
1999विनोद कुमार शुक्लदीवार में एक खिड़की रहती थी
2000मंगलेश डबरालहम जो देखते हैं
2001अलका सरावगीकलि कथा: वाया बाइपास
2002राजेश जोशीदो पंक्तियों के बीच
2003कमलेश्वरकितने पाकिस्तान
2004वीरेन डंगवालदुश्चक्र में स्रष्टा
2005मनोहर श्याम जोशीक्याप 
2006ज्ञानेन्द्रपतिसंशयात्मा
2007अमरकान्तइन्हीं हथियारों से
2008गोविन्द मिश्रकोहरे में कैद रंग
2009कैलाश वाजपेयीहवा में हस्ताक्षर
2010उदय प्रकाशमोहन दास
2011काशीनाथ सिंहरेहन पर रग्घू
2012चंद्रकांत देवतालेपत्थर फेंक रहा हूँ
2013मृदुला गर्गमिलजुल मन
2014रमेशचन्‍द्र शाहविनायक
2015रामदरश मिश्रआग की हंसी
2016नासिरा शर्मापारिजात
2017रमेश कुंतल मेघविश्वमिथकसरित्सागर
2018चित्रा मुद्गलनाला सोपारा पोस्ट बॉक्स नं. 203
2019नंद किशोर आचार्यछीलते हुए अपने को
2019अनामिकाटोकरी में दिगन्त 
2020कुमार विजय शुक्लजिंदगी से रुखाई
2021दया प्रकाश सिंहासम्राट अशोक
2022भगवंत अनमोलप्रमेय 

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